कबीरधाम यात्रा का योजना:
दिन 1: कवर्धा शहर और भोरमदेव मंदिर
पहला स्थान: कवर्धा आगमन
- सुबह को कवर्धा पहुंचें, जो कबीरधाम ज़िले का मुख्यालय है।
- शहर की सुंदरता और स्थानीय विशेषताओं का आनंद लें।
दूसरा स्थान: भोरमदेव मंदिर
- शाम को कवर्धा से भोरमदेव मंदिर का दौरा करें, जिसे "छत्तीसगढ़ का खजुराहो" कहा जाता है।
दिन 2: प्राकृतिक सौंदर्य और स्थानीय संस्कृति का अनुभव
पहला स्थान: सहसपुर लोहारा और माइकल पहाड़ी
- सुबह को सहसपुर लोहारा की ओर बढ़ें, जहां आप माइकल पहाड़ियों के साथ प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
दूसरा स्थान: कवर्धा का अनुभव
- शाम को कवर्धा के स्थानीय बाजारों में घूमें और स्थानीय संस्कृति, बोली जाने वाली भाषा छत्तीसगढ़ी का अनुभव करें।
सावधानियां:
- यात्रा के लिए स्थानीय ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें और स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करें।
- स्थानीय बाजारों से स्थानीय कला और हस्तशिल्प खरीदें।
- स्थानीय खाद्य स्वाद करें और स्थानीय आदिवासी संस्कृति का आनंद लें।
इस योजना को अपनी रुचियों और समय की आवश्यकताओं के अनुसार समायोजित करें और खुद को कबीरधाम के सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने का मौका दें।
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