बस्तर यात्रा का योजना:


दिन 1: जगदलपुर और बस्तर का परिचय


पहला स्थान: जगदलपुर आगमन
  - सुबह को जगदलपुर पहुंचें, जो बस्तर ज़िले का मुख्यालय है।
  - यहां के आस-पास की प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लें और शहर की विशेष आत्मा को अनुभव करें।


दूसरा स्थान: बस्तर के धरोहर
  - बस्तर ज़िले की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को जानने के लिए जगदलपुर के म्यूज़ियम का दौरा करें।

तीसरा स्थान: बस्तर के दर्शन
  - बस्तर ज़िले की विशेषता को देखने के लिए जगदलपुर से बस या टैक्सी से बस्तर का दौरा करें।

दिन 2: प्राकृतिक सौंदर्य और स्थानीय सांस्कृतिकों का अनुभव


पहला स्थान: चित्रकूट झरने
  - सुबह को जगदलपुर से चित्रकूट झरने का दौरा करें, जो प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है।

दूसरा स्थान: धोकरा हस्तशिल्प क्षेत्र, कोंडागांव
  - बस्तर की धोकरा और बेल मेटल हस्तशिल्प का अनुभव करें, जो यहां का स्थानीय कला और शिल्प है।

तीसरा स्थान: बस्तर के आदिवासी कला और सांस्कृतिकों का दर्शन
  - जगदलपुर के आसपास के गाँवों में आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक और कला का अनुभव करें।

सावधानियां:
- बस्तर की यात्रा के लिए सुरक्षित और स्थानीय परिवहन का उपयोग करें।
- स्थानीय बाजारों से स्थानीय आदिवासी आर्ट और क्राफ्ट्स खरीदें।
- स्थानीय खाद्य स्वाद करें और स्थानीय आदिवासी संस्कृति का आनंद लें।

इस योजना को अपनी यात्रा को और भी रोचक बनाने के लिए अपनी रुचियों और समय की आवश्यकताओं के अनुसार समायोजित करें। 

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